प्रेम संबंधों में ‘महत्वहीन’ होने का अहसास

इन तीन प्रश्नों पर विचार कीजिये। क्या आप अपने आपको इनमें से किसी भी उलझन में पाते है:

प्रश्न 1 – क्या आपकी शादी हो चुकी है लेकिन आपको यह लगता है कि कहीं आपने अपना जीवनसाथी चुनने में गलती तो नहीं की?

प्रश्न 2 – क्या आपकी सगाई हो गयी है लेकिन आपके मन में ये विचार बार-बार आता है कि आपको अपने मंगेतर से शादी करना चाहिए या नहीं?

प्रश्न 3 – क्या आप किसी से प्रेम करते है लेकिन हमेशा सोचते रहते है कि क्या आपने एक सही व्यक्ति से प्रेम किया है?

किसी भी प्रेम-संबंध में ऐसा हो सकता है कि युगल (Couple) में से कोई भी एक व्यक्ति ऐसा सोच रहा हो कि वह एक गलत व्यक्ति के साथ संबंध में है, और इसके कई कारण भी हो सकते है। इन सब कारणों में से एक आम कारण यह है कि उन्हें अपने प्रेम-संबंधों में “महत्वपूर्ण” होने का अहसास नहीं होता।

आप कोई नौकरी कर रहे हों और आपको लगे कि उस काम में आपका कोई महत्व नहीं है तो आप उसे छोड़कर दूसरा कोई काम ढूँढ सकते हैं। इसी प्रकार आप कोई व्यवसाय कर रहे हों और आपको लगे कि आप उसमें कुछ खास नहीं कर पा रहे हैं तो आप वह व्यवसाय बंदकर कोई दूसरा व्यवसाय शुरु कर सकते हैं। नौकरी या व्यवसाय बदलना बहुत आसान नहीं होता, फिर भी यह कार्य किया जा सकता है, किंतु संबंधों में महत्वहीन होने के अहसास की पीड़ा व्यक्ति को बहुत गहरे तक वेदना पहुँचाती है।


आपके साथी को आखिर ऐसा क्यों लग सकता है कि आपके साथ उसके रिश्तों में उनका कोई ‘महत्व’ नहीं है? इसके कुछ प्रमुख कारण हैं:

उन्हें वह मान-सम्मान नहीं मिलता, जिसके वे हकदार हैं
⇒ आप अपने साथी के विचारों और सुझावों को महत्व नहीं देते।
⇒ आप दूसरों के सामने उनका मजाक उड़ाते हैं, चाहे उन्हें यह पसंद न हो।
⇒ आप नहीं मानते हैं कि आपके और आपके परिवार के बारे में कोई अच्छा निर्णय लेने की क्षमता उनमें है।
⇒ आपका साथी परिवार के भरण-पोषण के लिए रात-दिन खटता है, किंतु उसके कड़े परिश्रम की कोई प्रशंसा नहीं करता।
⇒ आपके साथी का पूरा दिन घर के कामकाज में, आपके परिवार का ध्यान रखने में निकल जाता है, किंतु उसकी समर्पित सेवाओं के लिए उसे कोई सम्मान नहीं मिलता।

आप उनकी बात नहीं सुनते
⇒ जब वो कुछ कहते हैं तो आप उनकी बात पर ध्यान नहीं देते और बाद में भूल जाते हैं कि उन्होंने क्या कहा था।
⇒ आपका साथी आपसे बात करना चाहता है, अपने मन की बात आपको बताना चाहता है, किंतु आप उनकी बात सुनने में रुचि नहीं लेते।

आप उन्हें नीचा दिखाते हैं
⇒ आप दिखाने की कोशिश करते हैं कि आप उनसे श्रेष्ठ हैं।
⇒ आप दिखाने की कोशिश करते हैं कि आपका परिवार उनके परिवार से श्रेष्ठ है।

आप उन्हें अहसास कराते हैं कि उनका कोई महत्व नहीं है
⇒ आप उनकी तुलना में दूसरों को प्राथमिकता देते हैं।
⇒ आप भूल जाते हैं कि उन्हें क्या पसंद है और क्या नापसंद।
⇒ आप उनसे किए गए ज्यादातर वादे पूरे नहीं करते हैं।

आप उन्हें अकेलेपन का अहसास कराते हैं
⇒ उन्हें अपने लक्ष्य तक पहुँचने में आप उनकी मदद नहीं करते।
⇒ आपके साथी को जब आपके साथ की जरूरत हो – प्रत्यक्ष या भावनात्मक रूप से – तब आप उनके साथ नहीं होते हैं।

प्रेम-संबंधों में (शादी से पहले)
⇒ वे आपसे पूछते हैं कि शादी कब करोगे और आप उनकी बात का जवाब नहीं देते या कई तरह के कारण गिनाकर शादी टालते जाते हैं।


आइये जानते है कि उन्हें कैसा लगता है जब वो संबंधों में स्वयं को महत्वहीन समझने लगते हैं:
⇒ वे अकेलापन महसूस करते हैं।
⇒ वे खुद को कमतर महसूस करते हैं।
⇒ वे स्वयं को बेकार महसूस करते हैं।
⇒ वे अपमानित महसूस करते हैं।
⇒ वे अलग-थलग महसूस करते हैं।
⇒ उन्हें लगता है कि वे आपके लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं
⇒ उन्हें आपके साथ अपनेपन का अहसास नहीं होता (या बहुत कम होता है)
⇒ वे आपसे ठीक से बात नहीं कर पाते हैं।
⇒ आप पर और आपके साथ संबंधों पर उनका भरोसा कम होता जाता है।
⇒ उन्हें लगता है कि वे आपके लिए विकल्प हैं – प्राथमिकता नहीं।
⇒ वे अपनी दुनिया में खोए रहते हैं और आपकी बात का जवाब नहीं देते
⇒ वे भविष्य के बारे में बात नहीं करते या बात करने में संकोच करते हैं, क्योंकि वो इस बात को लेकर आशंकित रहते है कि आप दोनों का कोई सम्मिलित भविष्य है भी या नहीं।
⇒ वे अक्सर आपसे संबंध समाप्त करने का सोचते हैं।


निष्कर्ष:
किसी भी प्रेम-सम्बन्ध में दोनों को ‘महत्वपूर्ण’ महसूस होने की भावना उस संबंध के जीवंत होने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। और ये आपका दायित्व है कि आप अपने प्रेमी / बॉयफ्रेंड / गर्लफ्रेंड / मंगेतर / पति / पत्नी को ये न लगने दें कि वें आपके साथ संबंध में “महत्वपूर्ण” व्यक्ति बनने के स्थान पर “महत्वहीन” व्यक्ति बनकर रह गए हैं।

इस सीरीज के अगले ब्लॉग्स में हम जानेंगे कि:
आप अपने साथी को ‘महत्वपूर्ण’ कैसे महसूस करा सकते हैं?
⇒ अगर आप अपने संबंधों में “महत्वहीन” महसूस कर रहे हों तो आप क्या कर सकते हैं?

 

Click the link to read this blog in English: Feeling Insignificant in a Love Relationship

This article is dedicated to your “Significant Other”. Don’t make them feel your “Insignificant Other”.