जीवन साथी चुनने के लिए आवश्यक 7 कदम

हमें अपने जीवन में अनेक निर्णय लेने पड़ते हैं। आमतौर पर कोई व्यक्ति अपने जीवनसाथी के साथ अपना आधे से भी ज्यादा जीवन बिताता है। इसीलिए, जीवनसाथी का चुनाव जीवन के सबसे महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक है।

क्या आप अपने जीवनसाथी की तलाश कर रहे हैं, लेकिन आपको यह नहीं पता कि शुरू कैसे करें? आगे कैसे बढ़ें? और निर्णय कैसे लें?

जीवनसाथी की तलाश में निम्नलिखित बिंदु आपकी मदद जरूर करेंगे-

  1. अपनी प्राथमिकताओं को जानें/समझें:

अपने जीवनसाथी के चुनाव का पहला चरण अपनी खुद की प्राथमिकताओं को जानना होता है। आप अपना एक एंटरप्रेन्योर बनना चाहते है, अपना बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं, या नौकरी करना चाहते हैं? अपने होमटाउन में रहना चाहते है या देश-विदेश में कहीं और बसना चाहते है? ऐसे कितने ही प्रश्न होते हैं, जिनका जवाब कई युवा आसानी से नहीं दे पाते, जिसका अर्थ है कि वे शादी से पहले अपनी प्राथमिकताओं को नहीं जानते हैं। वे अपनी प्राथमिकताओं की आधी-अधूरी जानकारी के साथ निर्णय लेते हैं और आगे चलकर जब उनकी और उनके जीवनसाथी की प्राथमिकताएँ टकराती हैं तो रिश्ते बिगड़ने लगते हैं।

  1. अपने जीवनसाथी से अपनी अपेक्षाओं को पहचानें:

अब जब आपको अपनी प्राथमिकताएँ मालूम हो गईं तो दूसरे चरण में आपको यह जानना है कि आपको किस तरह के जीवनसाथी की जरूरत है। यानी, आपकी अपने जीवनसाथी से क्या अपेक्षाएँ हैं। क्या आप चाहते हैं कि आपका जीवनसाथी आपके बिज़नेस में मदद करे, या आपके परिवार की देखभाल करे, या आर्थिक सहयोग करने के लिए खुद नौकरी करे, या आपके काम के अनुसार आपके साथ किसी नई जगह पर जा कर रह सके? इस तरह के कितने ही प्रश्न आपकी प्राथमिकताओं में शामिल हो सकते है।

  1. आपके जीवनसाथी से आपके परिवार की अपेक्षाएँ:

यह बहुत अच्छी बात है कि आपको अपनी स्वयं की प्राथमिकताएँ और अपने जीवनसाथी से अपनी अपेक्षाएँ पता है। अब, आपको आपके परिवार के सदस्यों की आपके जीवनसाथी से अपेक्षाएँ जानना भी उतना ही जरूरी है। उदाहरण के लिए आप अपने माता-पिता से पूछ सकते हैं कि वे अपने होने वाले दामाद/बहू से क्या अपेक्षा रखते हैं? ऐसे कई पति-पत्नी हैं, जिन्हें एक-दूसरे से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन उनके माता-पिता या अन्य रिश्तेदारों की शिकायतों की वजह से उनके रिश्ते पर असर हो रहा है।

  1. अपनी प्राथमिकताएँ और अपेक्षाएँ अपने भावी जीवनसाथी को शादी से पहले साफ-साफ बता दें:

जब आप शादी के लिए बातचीत कर रहे हों, या उस बॉयफ्रेंड/गर्लफ्रेंड के साथ डेटिंग कर रहे हों, जिससे आप शादी करना चाहते हैं, तो उसे अपनी प्राथमिकताएँ और आपकी तथा आपके परिवार के सदस्यों की अपेक्षाएँ जरूर बताएँ।

  1. होने वाले जीवनसाथी से उनकी प्राथमिकताएँ और अपेक्षाएँ जरूर जानें:

शादी दो-तरफा जवाबदारी है। हमेशा आपका जीवनसाथी ही आपकी प्राथमिकताओं और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए उत्तरदायी नहीं है। उनकी अपनी प्राथमिकताएँ भी हो सकती हैं। वे भी ऐसे जीवनसाथी की तलाश कर रहे होंगे जो उनकी अपेक्षाओं को पूरा कर सके। इसलिए अपने होने वाले जीवनसाथी से उचित प्रश्न पूछकर उनकी प्राथमिकताओं और अपेक्षाओं को जानने की भी कोशिश करें।

  1. सभी उत्तरों का ध्यान से विश्लेषण करके निश्चित करें कि आप दोनों एक-दूसरे के अनुकूल हैं:

अब, जब आप दोनों ने एक-दूसरे के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है, आपको एक-दूसरे की प्राथमिकताओं के आधार पर निष्कर्ष निकालना होगा कि आप एक-दूसरे के अनुकूल हैं या नहीं, और जीवनसाथी के रूप में अपना स्वयं का विकास करने के साथ-साथ कैसे एक-दूसरे की अपेक्षाओं को पूरा कर सकते हैं।

  1. अगर आप आश्वस्त हैं, तो शादी के लिए हाँ करें, वरना सही व्यक्ति की तलाश जारी रखें:

अगर आप दोनों को लगता है कि आप एक-दूसरे के अनुकूल हैं, तो आप यकीनन शादी के लिए हाँ कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि सब कुछ सही नहीं है, तो उस रिश्ते के लिए मना करके अपने लिए सही जीवनसाथी की तलाश जारी रखें।

 

क्या आपको लगता है कि जीवनसाथी की तलाश में ये चरण मददगार हैं?

जीवनसाथी खोजने में और कौन-सा तरीका काम आ सकता है?

नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

 

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